Sunday 6 September 2015

क्या भगवान सब देखता है ?

दोस्तों कई बार अक्सर ऐसा होता है की कभी हमारे साथ कोई बुरा करता है तो हम एक बात बोलते है की कोई बात नही "भगवान सब देखता है" ! पर क्या सच में भगवान सब देखता है ? मेरे दिमाग में हमेशा ये बात घूमती रहती थी। मैं हमेशा ये सोचता था की हमने तो भगवान को कभी देखा नही पर भगवान हमे कैसे देख रहा है। हमे बचपन से ही सिखाया जाता है की कभी कोई गलत काम न करो क्युकी भगवान सब कुछ देखता है। मैं मंदिर भी जाता हु और बाकि सभी धार्मिक जगह पर भी जाता हु और भगवान पर विश्वाश भी रखता हु क्युकी हमे यही संस्कार मिले है पर मुझे कभी यकीन नही हुआ की भगवान हमे देखते है। यदि भगवान सब कुछ देखते है तो ये politicians और पूंजीपति लोग जो लोगो का खून चूसते है उनको भगवान क्यों नही देखता। इसी सवाल का जवाब मैं हमेशा ढूंढ़ता रहता
पर जवाब नही मिला फिर एक दिन सोचा गूगल चाचा से ही पूछा जाये की "क्या भगवान सब देखता है"? खैर जवाब तो नही मिला पर एक लेख पढने को मिला, लेख पढ़ कर मज़ा बहुत आया उम्मीद है की आप लोगो को भी पसन्द आए इसलिए आप लोगो के साथ भी शेयर कर रहा हु। 

हमारे घर के पास एक डेरी वाला है। वह डेरी वाला एसा है कि आधा किलो घी में अगर घी 50२ ग्राम तुल गया तो 2 ग्राम घी निकाल लेता था। 
एक बार मैं आधा किलो घी लेने गया। उसने मुझे 90 रूपय ज्यादा दे दिये। मैंने कुछ देर सोचा और पैसे लेकर निकल लिया। मैंने मन में सोचा कि 2-2 ग्राम से तूने जितना बचाया था बच्चू अब एक ही दिन में निकल गया। मैंने घर आकर अपनी गृहल्क्षमी को कुछ नहीं बताया और घी दे दिया। उसने जैसे ही घी डब्बे में पलटा आधा घी बिखर गया। मुझे झट से “बेटा चोरी का माल मोरी में” वाली कहावत याद आ गयी और साहब यकीन मानीये वो घी किचन की सिंक में ही गिरा था। 
इस वाकये को कई महीने बीत गये थे। परसों शाम को मैं एग रोल लेने गया, उसने भी मुझे सत्तर रूपय ज्याद दे दिये। मैंने मन ही मन सोचा चलो बेटा आज फिर चैक करते हैं की क्या वाकई भगवान हमें देखता है। मैंने रोल पैक कराये और पैसे लेकर निकल लिया। आश्चर्य तब हुआ जब एक रोल अचानक रास्ते में ही गिर गया। घर पहुँचा, बचा हुआ रोल टेबल पर रखा, जूस निकालने के लिये अपना मनपसंद काँच का गिलास उठाया… अरे यह क्या गिलास हाथ से फिसल कर टूट गया। मैंने हिसाब लगाय करीब-करीब सत्तर में से साठ रूपय का नुकसान हो चुका था, मैं बडा आश्चर्यचकित था। 
और अब सुनिये ये भगवान तो मेरे पीछे ही पड गया जब कल शाम को रिलायंस फ्रेश वाले ने मुझे तीस रूपय ज्याद दे दिये तो मैंने अपनी धर्म-पत्नी से पूछा क्या कहती हो एक ट्राई और मारें। उन्होने मुस्कुराते हुये कहा – जी नहीं और हमने पैसे वापस कर दिये। बाहर आकर हमारी धर्म-पत्नी जी ने कहा – वैसे एक ट्राई और मारनी चाहिये थी,  बस इतना कहना था कि उन्हें एक ठोकर लगी और वह गिरते-गिरते बचीं।
मैं सोच में पड गया कि क्या वाकई भगवान हमें देख रहा है!
ये लेख पढ़ कर एक बार तो मैंने भी सोचा की क्या वाकई में भगवान सब देखता है पर इस दुनिया में इतने बड़े बड़े कु-कांड हो रहे है क्या भगवान उन्हें नही देखता ? अब दोस्तों आप क्या सोचते है जरूर बताए। 

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